सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (Senior Citizen Savings Scheme )

सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम (SCSS) – पूरी जानकारी एक जगह

सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम यानी SCSS भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक लोकप्रिय योजना है, जो खासतौर पर वरिष्ठ नागरिकों (60 वर्ष या उससे अधिक आयु) के लिए तैयार की गई है। इस योजना के अंतर्गत एकमुश्त राशि जमा करवाई जाती है और उस पर हर तीन महीने में ब्याज दिया जाता है।


इस स्कीम का मकसद

इस स्कीम का उद्देश्य रिटायर्ड लोगों को सुरक्षित और सुनिश्चित आय प्रदान करना है। उदाहरण के लिए, यदि आप ₹60 लाख इस स्कीम में निवेश करते हैं (पति-पत्नी के नाम पर ₹30-30 लाख), तो आपको हर महीने लगभग ₹41,000 की इनकम हो सकती है।


कौन खोल सकता है SCSS अकाउंट?

  1. 60 वर्ष या उससे अधिक आयु के नागरिक

  2. 55 से 60 वर्ष की आयु के लोग, यदि वे वॉलंटरी या सुपरएन्नुएशन के ज़रिए रिटायर हुए हैं, तो वे भी रिटायरमेंट के एक महीने के अंदर यह अकाउंट खोल सकते हैं।

  3. 50 वर्ष से अधिक की आयु के डिफेंस कर्मी, रिटायरमेंट के एक महीने के भीतर यह स्कीम ले सकते हैं।


खाता खोलने की प्रक्रिया

  • SCSS खाता पोस्ट ऑफिस या अधिकृत बैंकों में खोला जा सकता है।

  • खाता सिंगल या जॉइंट (केवल पति-पत्नी) नाम से खोला जा सकता है।

  • जॉइंट अकाउंट में पहले अकाउंट होल्डर की आयु ही मान्य होगी।


डिपॉजिट लिमिट

  • न्यूनतम जमा राशि: ₹1,000

  • अधिकतम जमा राशि: ₹30 लाख (एक व्यक्ति के नाम पर)

  • निवेश केवल ₹1,000 के मल्टीपल्स में किया जा सकता है।

  • रिटायरमेंट वाले मामलों में अधिकतम राशि रिटायरमेंट बेनिफिट के बराबर होनी चाहिए (₹30 लाख की सीमा के अंदर)।


ब्याज दर (Interest Rate)

  • वर्तमान ब्याज दर: 8.2% प्रति वर्ष

  • ब्याज का भुगतान हर तीन महीने पर किया जाता है:

    • 1 अप्रैल

    • 1 जुलाई

    • 1 अक्टूबर

    • 1 जनवरी

अगर इन तारीखों पर बैंक या पोस्ट ऑफिस बंद रहता है, तो अगले कार्य दिवस पर राशि खाते में आ जाती है।


ब्याज पर ब्याज नहीं मिलता

SCSS में ब्याज की राशि अगर आप खाते में नहीं निकालते हैं, तब भी उस पर कोई अतिरिक्त ब्याज नहीं मिलेगा। केवल मूलधन पर ही ब्याज दिया जाता है।


कितना निवेश करने पर मिलेगी ₹41,000 मासिक इनकम?

  • यदि आप ₹60 लाख निवेश करते हैं (पति और पत्नी मिलाकर), तो सालाना ब्याज ₹4,92,000 बनता है।

  • यह राशि हर तीन महीने में ₹1,23,000 के रूप में मिलेगी।

  • यानी कि मासिक औसतन ₹41,000 की इनकम


अकाउंट की अवधि और एक्सटेंशन

  • मूल अवधि: 5 साल

  • एक्सटेंशन का विकल्प: अतिरिक्त 3 साल (एक बार ही)

  • 5 साल के बाद, वर्तमान ब्याज दर पर खाता एक्सटेंड किया जा सकता है।


समय से पहले अकाउंट बंद करना (Premature Closure)

1 साल से पहले:

  • मूलधन से पहले मिले ब्याज की राशि काट ली जाती है।

1-2 साल के बीच:

  • कुल मूलधन से 1.5% की पेनल्टी कटती है।

2 साल के बाद:

  • कुल मूलधन से 1% की पेनल्टी कटती है।

एक्सटेंशन के बाद:

  • एक्सटेंडेड अकाउंट को एक साल के बाद कभी भी बंद किया जा सकता है बिना किसी पेनल्टी के


अकाउंट बंद करने की स्थिति

  • 5 साल (या 8 साल यदि एक्सटेंड किया गया है) के बाद पूरा पैसा वापस मिलेगा।

  • अगर अकाउंट होल्डर की मृत्यु हो जाती है, तो उस तारीख को अकाउंट बंद माना जाएगा और नॉमिनी को राशि दी जाएगी।


निष्कर्ष

SCSS एक सुरक्षित, गवर्नमेंट-बैक्ड स्कीम है जो वरिष्ठ नागरिकों को नियमित आय और पूंजी की सुरक्षा प्रदान करती है। अगर आप 60 वर्ष या उससे अधिक के हैं, या रिटायर हो चुके हैं, तो यह स्कीम आपके लिए बेहतरीन विकल्प साबित हो सकती है।

For more information : https://www.indiapost.gov.in/Financial/pages/content/post-office-saving-schemes.aspx

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